सामाजिक चिंतन का समय

संत मित्र

2020-05-30 22:04:03

सभी समाज बंधुओं को जय माराज ।जैसा कि हम देख रहे है कि हमारा समाज प्रतेयक कुटुम्ब स्तर मंडल स्तर पर टूटा हुआ है हमारी सोच और सामाजिक एकता के अभाव में हम समाज शक्ति विहीन है हमारे समाजो के पास कोई ऐसी ताकत नही जो समाज बंधुओं के साथ होने वाले अन्याय का सामूहिक विरोध कर सके हमारे पास कोई ऐसी शक्ति नही जो समाज के विकास के लिए भूमि और अधिकारों की मांग कर सके ऐसे समय मे राजस्थान समाज संस्थान के रूप में हमारे सामने एक सामाजिक संस्थान से जुड़ने का विकल्प आया है जिससे जुड़कर एक केंद्रीय संस्थान के रूप में हमारे समाज राज्य स्तर का एक संगठन बना सकते है लेकिन इसमें भी हम लोग व्यक्तिगत कमियां तलाश रहे है मंडल स्तरीय संगठन बनाकर समाज की संस्थान से जुड़ने समाज की वेबसाइट से सम्पूर्ण समाज को जोड़ने जैसे कार्यो का महत्व समझने के बजाय कुछ मित्र सोशलमीडिया ग्रुप्स को बेवजह बहसबाजी का माध्यम बना देते है इस लेख के माध्यम से उनसे यही निवेदन है कि सामाजिक सशक्तिकरण और एकता के लिए समाज की संस्थानों से समाज के युवाओ को जोड़ने का महत्व समझे। समाज के लिए वेबसाइट की उपयोगिता समझे और समस्त समाज को संस्थानों और वेबसाइट से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें। धरातल पर न सही लेकिन सोशलमीडिया पर दिखाई गई एकता और सदभाव की भावना भी समाज के युवा भविष्य के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन सकेगी। मंगलकामनाये।