संत समाज जिला बाड़मेर,पाली,जैसलमेर एवम जालोर
मेघवालो के संत (कामड़) समाज का सम्मेलन एवम प्रतिभा सम्मान समारोह ,वराडा हनुमान मंदिर जिला सिरोही में दिनांक 29/12/2022से 30/12/20/2022को आयोजित किया जा रहा हे जिसमे संत समाज के प्रथम श्रेणी पास छात्र एवम राजकीय सेवा प्राप्त तथा खेल कूद में राष्ट्रीय स्तर प्राप्त छात्रों का सम्मान समारोह आयोजित किया जा रहा हे
Kamadom, 2022-12-11 09:14:20
राजस्थान कामड़ समाज संस्थान भीलवाड़ा के नेतृत्व में भीलवाड़ा शहर में कामड़ समाज समाधि स्थल का बाउंड्री वॉल का कार्य सम्पूर्ण हुआ सम्पूर्ण
भीलवाड़ा में कामड़ समाज के संतो के समाधि हेतु आवंटित भूमि पर बाउंड्री वॉल का कार्य सम्पूर्ण हो गया हे संस्थान के सचिव श्रीमान धर्मेंद्र दास जी एवम उनकी टीम के सहयोग से लगभग 10लाख रुपए की राजकीय सहायता से यह कार्य संपन्न हूवा,समस्त कामड़ समाज को आपके प्रयास पर गर्व है
Kamadom, 2022-12-11 08:42:37
श्रद्धांजलि
सदैव ईमानदारी और हौसले की मिसाल बनकर लोगों की सहायता करने वाले हमारे शिवदास जी महाराज चंदेरिया चित्तौड़गढ़ आपने जीवन में सदैव एक प्रेरणादाई व्यक्तित्व बनकर हमारा मार्गदर्शन किया है। आपके आकस्मिक देवलोकगमन से अत्यंत दुख हुआ हैं। हम आपको श्रद्धा सुमन अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए आपके मोक्ष की कामना करते हैं। श्री हरि आप को अपने चरणों में स्थान प्रदान करेंlllॐ शांति।
MaheshDas, 2021-05-04 04:00:41
कामड समाज शिक्षण समिति का गठन
दिनांक 10/04/2021 को भीलवाड़ा में आयोजित राजस्थान कामड़ समाज संस्थान की मीटिंग में कामड़ समाज के गरीब छात्र छात्राओं के सहयोग व समाज में शिक्षा का बढ़ावा देने हेतु एक कामड़ समाज शिक्षण समिति का गठन किया गया है जिसमे श्री प्रेमदास ,श्री गोपाल दास भीलवाड़ा, व श्री हरिप्रकाष नि लोडियाना जिला अजमेर को प्राथमिक सदस्य बनाया गया है राजस्थान के सभी जिलों में कार्यरत अध्यापक ,सेवानिवृत अध्यापक, व समाज सेवियों को जिला वाईज संरक्षक बना कर समिति का विस्तार किया जा रहा है , कामड़ समाज के भामाशाहों को भी इस कार्य में सहयोग करने हेतु आह्वान किया गया है
Kamadom, 2021-04-20 09:23:35
ग्रुप एडमिन _ व्यंग्यात्मक लेख
जैसे साहित्य में विफल लेखक आलोचक बन जता है, उसी तरह जीवन में विफल आदमी \'व्हाट्सएप-ग्रुप\' बना कर सफल \'एडमिन\' हुइ जाता है.अपना तो अनुभव यही बताता है. (अंदर की बात जे है कि मैं भी एक एडमिन हूँ) \'व्हाट्सएप-ग्रुप\' के कुछ एडमिनों की शारीरिक संरचना वैसे तो आम मनुष्य के जैसी ही होती है, पर वे अपनी अतिरिक्त क्षमता विकसित करके एक दिन जड़मति से सीधे सुजान में परिवर्तित हो जाते हैं. इसलिए वे आलतू-फालतू ज्ञान के मामले में वे सबसे आगे होते हैं. तभी तो \'एडमिन\' जैसे पद को सुशोभित कर रहे होते हैं, वर्ना वे भी ग्रुप के निरीह सदस्यों में से एक होते, जो अक्सर भयंकर बेचारे किस्म के होते हैं. उनका \'व्हाट्सएप-भविष्य\' एडमिन की दया पर निर्भर होता हैं। एडमिन उनकी सहमति के बगैर उनको जोड़ता है और जब मूड हुआ, रिमूव (हटा) भी देता है. *ऐसा करते हुए उस की आत्मा गदगद रहती है. ऐसे एडमिन खुद को प्रधानमंत्री से कम नहीं समझते ।* कुछ एडमिन लगातार फतवे जारी करते रहते हैं , \'\'कोई भी घटिया चुटकुले पोस्ट नहीं करेगा\'\'.... किसी पर टान्ट नहीं कसेगा\'\'... ये नहीं करेगा.... वो नहीं करेगा\'\'. और पता चला कि खुद फुहड़ चुटकुला दे रहे हैं। लेकिन उसे सब छूट है क्योंकि \'एडमिन\' है भाई* कल तक जिन्हें कोई मोहल्ले में भी न पूछता था, वे आज दो-तीन ग्रुपों के स्वामी हैं.एक ने तो बाकायदा विजिटिंग कार्ड छपवा लिया है, जिसमे लिखा रहता है, \'एडमिन- कबाड़खाना\', \'एडमिन -कविताकला\', \'एडमिन फलाना-फलाना\'. जो भी मिलता है उससे आग्रह करते हैं \'हमारे ग्रुप से जुड़ जाएँ और क्रांति करें।\' *एक एडमिन तो कमाल का था. उसकी अपने सगे भाई से नहीं पटती थी, मगर उसके ग्रुप का नाम था, \'भाईचारा\'. अपने ग्रुप में वो प्रेम का, भाईचारे का, दया-ममता का संदेश देता था. और सगे भाई के खिलाफ मुकदमे में भिड़ा रहता था. तो एडमिन अनन्त, एडमिन-कथा अनन्ता है. कुछ एडमिन घर पर भी अकड़ कर चलते हैं और बाहर भी. इधर-उधर कुछ इस अंदाज़ से देखते हैं कि लोग समझ जाएँ कि बन्दे में कुछ दमख़म है.* एडमिन को लगता है कि वो जन-गण -मन का भाग्यविधता है और उसके ग्रुप के सदस्य जो हैं सो केवल मोहरे हैं। Next ..................................................................................................... एक दिन एक एडमिन पर उसकी एक *धर्मपत्नी चीख रही थी, * \'\'ये क्या, हर वक्त मोबाइल में लगे रहते हो, घर के काम तो करते नहीं।\'\' पति कुछ देर के लिए सहम गया और बोला, \'\'रुको अभी, दो लोग को जोड़ना है और पांच लोगों को हटाना है.\'\' पत्नी चीखी, \'\' तुम्हारे जोड़-घटाने की प्रतिभा यही दिखती है. देखो, अपना बिट्टू फिर फेल हो गया है गणित में.\'\' *एडमिन पत्नी की मूढ़ता पर मन-ही-मन दुखी हुआ और गुस्से में व्हाट्सएप ग्रुप से दस लोगों को हटा दिया .ये वे लोग थे, जो न कोई चुटकुले भेजते थे, न शेरोशाइरी, न किसी महापुरुष का कोई अनमोल वचन. बस व्हाट्सएप के जनपद में उपेक्षित और निष्क्रिय नागरिक की तरह पड़े रहते थे। \'एडमिन\' ऐसे लोगो को हटा कर बड़ा खुश होता है .उसे लगता है, जैसे देश की सीमा से किसी घुसपैठिए को भगा दिया हो.* *एडमिन अपना महत्व बताने के लिए कुछ-न-कुछ निर्देश भी पेलते रहता है, जिसे हर सदस्य झेलते रहता है. एक बार एक एडमिन ने किसी सदस्य को हटा दिया तो सदस्य ने फोन कर उसकी क्लास ली, \'\'क्यों भाई, चिरकुट जी, मुझे क्यों हटा दिया? जोड़ा ही क्यों था, और किससे पूछ कर? और अब हटा क्यों दिया ? तुम हो कौन भाई? कहाँ से टपके हो?\'\' इतना सुनना था कि एडमिन पिन-पिन करने लगा -\'\' हें... .हें, भूल से रिमूव हो गया। फिर जोड़ लेता हूँ। \'\' सदस्य कहता है, \'\' भूल कर भी ऐसा मत करना। न जाने* कितने जन्मों के बाद मनुष्य योनि नसीब हुई है और तुम उसका सुख लेने की बजाय अपने ग्रुप में जोड़ कर आलतू-फालतू फूहड़ चुटकुले और राजनीतिक आग्रह-दुराग्रह झेलवाते रहते हो. मुझे मुक्त रखो. तुम्हें दूर से ही नमन। \'\' फटकार सुनकर एडमिन टेंशना जाता है, पर बहुत जल्दी सामान्य हो कर फिर \'किसे हटाऊँ, किसे जोड़ूँ\' में भिड़ जाता है. पत्नी सर पीटती है और निठल्लेराम उर्फ़ एडमिन-पतिदेव को कोसते हुए किराने का सामान लेने खुद निकल जाती है*
MaheshDas, 2020-10-04 04:32:54
श्रवणदासजी संत पाली ग्रामीण वृताधिकारी पद पर स्थानांतरित
श्रवणदासजी संत बीकानेर से स्थानांतरित होकर के पाली जिले के पाली ग्रामीण वृताधिकारी पद पर पदस्थापित हुएl नवीनतम पद पर पदस्थापित होने पर हार्दिक शुभकामनाएं महेश दास बालक दास जी संत शिवगंज
MaheshDas, 2020-06-10 11:18:07
सिरोही निवासी शांतिलाल जी संत का आकस्मिक निधन
शांत सौम्य दबंग एवं अपनी धुन में मस्त रहने वाले सिरोही निवासी श्री शांतिलाल जी संत के आकस्मिक निधन होने से संत समुदाय में शोक की लहर छा गई भगवान उनकी आत्मा को मोक्ष एवं शांति प्रदान करें और दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें
MaheshDas, 2020-06-09 06:57:29
कामड समाज शिक्षा,संघटन,व
यह वेब साइट सम्पूर्ण विश्व के कामड संत समाज जिनको अलग अलग स्थानों पर नाथ,साद,संत,गुसाईं,पंडा, कापड़िया, कांबड़ीया,अलख नामी व कामड कहते है उनको एकता के सूत्र में पिरोकर संगठित करने,उनकी संस्कृति के संरक्षण ,शिक्षा,खेलकूद,रोजगार उद्यम आदि की जानकारी आदान प्रदान करने के लिए श्री प्रहलाद दास जी कामड नि जुंजाला जिला नागौर ने निशुल्क बनाई है ,अतः कामड समाज के सभी बुद्धिजीवी अपना पूरा परिचय फोटो सहित इस वेब साइट के सदस्यता फार्म को ऑनलाइन वेब एड्रेस kamadsamaj.org पर भर कर भेजे जिससे हमारे सामाजिक एकीकृत शक्ति की जानकारी व आपके होने का लाभ समाज के अन्य सदस्य भी आप से जुड़कर अपने ज्ञानवर्धन का लाभ उठा सके ओम प्रकाश कामड,सुखदास , संरक्षक ज्ञान दास ,अध्यक्ष धर्मेंद्र दास ,महामंत्री प्रेम दास ,कोषाध्यक्ष
Kamadom, 2020-05-18 09:03:04
गांवो में दयनीय स्थिति है (दलित) हमारे समाज की
*गांवो में दयनीय स्थिति है दलित समाज की* *और हमारे समाज की।* पूरा लेख पढ़े इस दलित में हम भी आते हैं जो अपने *आप को संत वैष्णव साद साधु नाथ कामड या बैरागी वैष्णव सन्यासी एवं अनेक नामों से पुकारते ओर जो रैदास (चमार जाति) का सहारा लेकर बैठे है* और कहीं कहीं पर तो जाति प्रमाण पत्र मेघवाल सन्तिया साठिया नाम से बने हुए है जिनकी *अपनी कोई पहचान ही नहीं है जो मण्डल कमण्डल पट्टी मे बटे हुए है।* उन्हे आज आवश्कता है एक मंच पर आने की *राष्ट्रीय स्तर पर एक होने की* *एक जात एक ही पहचान एक ही नाम* *दलित*, जिन्हें पहले अछूत कहा जाता था, वो भारत की कुल आबादी का 16.6 फ़ीसद हैं. इन्हें अब सरकारी आंकड़ों में *अनुसूचित जातियों* के नाम से जाना जाता है. भारत के ग्रामीण समाज में तमाम जातियां अपनी जाति के पेशे करती आई हैं. लेकिन, देश के अलग-अलग हिस्सों में कई जगह दलित ज़ातियों की आबादी इतनी ज़्यादा हो गई कि उन्हें किसी ख़ास पेशे के दायरे में बांधकर रखना मुमकिन नहीं था. सो, नतीजा ये हुआ कि इन दलितों ने अपना अस्तित्व बचाने के लिए जो भी पेशा करने का मौक़ा मिला, उसे अपना लिया. *आज़ादी के बाद बने भारत के संविधान में दलित हितों के संरक्षण के लिए ये व्यवस्थाएं की गई हैं. हालांकि उन्हें लागू करने की प्रक्रिया आधी-अधूरी ही रही है.* *एक सदी पुरानी हालत में दलित* दलितों के एक तबके ने काफी तरक्की कर ली है, लेकिन अभी भी *ज़्यादातर दलित उसी हालत में हैं,* जिस स्थिति में वो आज से एक सदी पहले थे. जिस तरह से *आरक्षण की नीति* बनाई गई है, *ये उन्हीं लोगों को फ़ायदा पहुंचाती आ रही है, जो इसका लाभ लेकर आगे बढ़ चुके हैं.* नतीजा ये है कि *दलितों में भी एक छोटा तबका ऐसा तैयार हो गया है,* जो अमीर है. जिसे व्यवस्था का लगातार फ़ायदा हो रहा है. *तरक्कीयाफ़्ता दलितों का ये तबका, दलितों में भी सामाजिक तौर पर ख़ुद को ऊंचे दर्जे का समझने लगा है.* दलितों की ये क्रीमी लेयर बाक़ी दलित आबादी से दूर हो गई है. *गांवों में दलित आबादी का हाल* इनके दलित समुदायों से इतर अपने अलग हित हो गए हैं. *इनकी तरक़्क़ी से समाज के दूसरे तबक़ों को जो शिकायत है, उसका निशाना आम तौर पर वो दलित बनते हैं, जो गांवों में रहते हैं, और, तरक़्क़ी की पायदान में नीचे ही रह गए हैं.* देश में कृषि व्यवस्था के बढ़ते संकट ने ऊंचे तबके के किसानों और दलितों के रिश्तों में और तनातनी बढ़ाई है. क्योंकि दलित भूमिहीन हैं, *दलितों के प्रति ये नाराज़गी कुछ छोटी हिंसक घटनाओं की वजह से भयंकर जातीय संघर्ष में बदल जाते हैं.* ये पूरी तरह से आज़ादी के बाद की आर्थिक सियासत का नतीजा है. *ज़ुल्मों का ये नया वर्ग तैयार हुआ है, जिसमें ऊंची जाति के हिंदू, दलितों को निशाना बनाते हैं, ताकि वो पूरे दलित समुदाय को एक सबक सिखा सकें.* आज पूरे देश में दलित ऐसे हालात और ज़ुल्म का सामना कर रहे हैं. *दलित आज भी ज़्यादातर गांवों में रहते हैं.* गैर दलितों के मुक़ाबले दलित आबादी का शहरीकरण आधी रफ़्तार से हो रहा है. ज़मीन के मालिक न होने के बावजूद वो आज भी भूमिहीन मज़दूर और सीमांत किसान के किरदार में ही दिखते हैं. दलितों के पास जो थोड़ी-बहुत ज़मीन है भी, तो वो छिनती जा रही है. स्कूलों मे आज दलितों की संख्या दूसरी जातियों के मुक़ाबले ज़्यादा है, लेकिन ऊंचे दर्जे की पढ़ाई का रुख़ करते-करते ये तादाद घटने लगती है. *आज ऊंचे दर्जे की पढा़ई छोड़ने की दलितों की दर, गैर दलितों के मुक़ाबले दो गुनी है.* कमजोर तबके से आने की वजह से वो घटिया स्कूलों में पढ़ते हैं. *उनकी पढ़ाई का स्तर अच्छा नहीं होता, तो उनको रोज़गार भी घटिया दर्जे का ही मिलता है.* दलितों के लिए आरक्षित नौकरियां भी घटी हैं. ग्रामीण इलाक़ों में दलितों और गैर दलितों के बीच सत्ता का असंतुलन, *दलितों पर हो रहे ज़ुल्मों की तादाद बढ़ा रहा है* *हिंदुत्व के उभार का दलितों पर प्रभाव* उदार आर्थिक नीतियों की वजह से हिंदुत्व के उभार और फिर इसके सत्ता पर क़ाबिज़ होने की वजह से दलितों के ख़िलाफ़ ज़ुल्म बढ़ रहा है. 2001से 2019 के बीच ऐसी घटनाओं में 33 फ़ीसद की बढ़ोतरी देखी गई है. दलितों के मौजूदा हालात से एकदम साफ़ है कि *संवैधानिक उपाय, दलितों की दशा सुधारने में उतने असरदार नहीं साबित नहीं हुए हैं,* जितनी उम्मीद थी. यहां तक कि *छुआछूत को असंवैधानिक करार दिए जाने के बावजूद ये आज तक क़ायम है.* *आरक्षण* का मक़सद दलितों की भलाई और उनकी तरक़्क़ी था, लेकिन इसने *गिने-चुने लोगों को फ़ायदा पहुंचाया* है. इसकी वजह से *ज़ाति-व्यवस्था के समर्थक इस ज़ातीय बंटवारे को बनाए रखने में कामयाब रहे हैं,* *जो कि दलित हितों के लिए नुक़सानदेह है.* चुनाव के \'फ़र्स्ट पास्ट द पोस्ट\' सिस्टम की वजह से और सत्ताधारी वर्ग की साज़िशों का नतीजा ये है कि आज दलित उधार की राजनीति में ही जुटे हुए हैं. *दलितों के शिक्षित वर्ग को अपने समुदाय की मुश्किलों की फ़िक्र करनी चाहिए थी, लेकिन वो भी सिर्फ़ ज़ातीय पहचान को बढ़ावा देने और उसे बनाए रखने के लिए ही फ़िक्रमंद दिखते हैं.* Note:: लेख का किसी घटना प्रकरण से कोई संबंध नहीं है। लेख समाज की वेबसाइट पर उपलब्ध है। *जय कामड़ संत समुदाय*
MaheshDas, 2020-05-14 10:39:11
धारदार हथियार से संत परिवार पर जानलेवा हमला
कंवला निवासी श्री बाबू दास जी महाराज के परिवार पर कुछ असामाजिक तत्वों ने सामंतवादी सोच के कारण से जानलेवा हमला किया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया है।
MaheshDas, 2020-05-13 04:39:51
ऑनलाइन कामड समाज सदस्य परिचय
कामड़ समाज का परिचय सम्मेलन दि 14 व 15 जून 2020 को भीलवाड़ा में प्रस्तावित था लेकिन निरंतर कोरॉना आक्रमण के बढ़ने व लोक डॉउन की परिस्थिति मध्य अब ऑनलाइन परिचय को प्रोत्साहित करने का निर्णय राजस्थान कामड़ समाज संस्थान के कार्यकर्ताओं द्वारा लिया गया है अतः अतः कामड समाज तथा समकक्ष समाज यथा पंडा,भगत,साद,कापड़ी,गुसाईं,नाथ , अलखनामि साध, बैरागी,कबीर पंथी जिनका पूर्व से कामड़ समाज के साथ सामाजिक रिश्तेदारियां है सभी अपने अविवाहित पुत्र पुत्रियों की आयु ,योग्यता,आय,सम्पत्ति ,गोत्र ,संपर्क न की जान कारी इस वेबसाइट पर डाल सकते है ताकि योग्य वर वधू का सही चयन किया जा सके व समाज के स्तर में भी सुधार हो
Kamadom, 2020-05-06 07:43:36
सुंधा माता तलहरी जसवंतपुरा (जालौर)
दिनांक 22।06।२०१९ वार रविवार स्थान सुंधा माता तलहरी जसवंतपुरा जिला - जालौर (राज।) में राजस्थान कामड समाज संस्थान जवाहर नगर भीलवाड़ा (राज।) की कार्यकारिणी की अति आवश्यक मीटिंग का आयोजन राजस्थान कामड समाज अध्यक्ष ज्ञानदास जी के सानिध्य एवं धर्मेंद्र जी महामंत्री की उपस्थिति में संपन्न हुई। आज की इस मीटिंग में समाज सुधर सम्बन्धी कई प्रस्ताव लिये गए जिसमे सामाजिक एकता व समाजिक सुधार हेतु शैक्षिक उन्नयन, सभी को शिक्षा से जोड़ने तथा बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु अधिक से अधिक प्रयास कर अपने नवपीढ़ी को नइ दिशा दिलाने की आवशयकता महसूस की गई । सामाजिक विकास के लिए नशावृति, धूम्रपान, निरक्षरता तथा सामाजिक बुरायिओं का समय की आवशयकतानुसार सुधार करना आवश्यक समझते हुऐ निराकरण करने का ध्वनिमत से उपस्थित सज्जनो द्वारा प्रस्ताव पारित किया गया। सम्पूर्ण जालौर सिरोही जिले व पाली के उपस्थित महानुभाव जिसमे रिटायर्ड व्याख्याता श्रीमान नारायणदास जी, मोहनदास जी, संवंतराम जी , मफतलाल जी, पारसमल जी, हीरा लाल जी व भानाराम जी सहित अन्य कई उपस्थित रहे । श्री सोनाराम जी, हरजी द्वारा सामाजिक एकीकरण हेतु सभी एक होकर एकता बनाये रखने का आवाहन किया गया । इस प्रकार आज की बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई ।
prahladdas, 2019-06-27 11:02:20
राजस्थान कामङ समाज संस्थान जवाहर नगर भीलवाड़ा (राज.) मीटिंग
दिनांक 4.8.2018 को राजस्थान कामङ समाज संस्थान जवाहर नगर भीलवाड़ा की एक सभा का आयोजन आवरी माता जी का मंदिर पुर रोड भीलवाड़ा में किया गया ,सभा की अध्यक्षता सुखदास जी कामङ निवासी गौराउ.तहसील जायल जिला नागौर ने की,सभा में राजस्थान कामङ समाज संस्थान जवाहर नगर भीलवाड़ा की कार्यकारिणी का विस्तार किया गया ।विस्तार में संरक्षक पद पर सुखदास जी कामङ निवासी गौराउ तहसील जायल जिला नागौर तथा श्री ओम प्रकाश जी कामङ निवासी केकड़ी जिला अजमेर को चुना गया ।उपाध्यक्ष पद पर श्री चम्पा दास जी कामङ निवासी फतहनगर संगठन मंत्री ज्ञानदास जी घांसला का खेड़ा तथा पप्पू दास जी ,सांस्कृतिक मंत्री श्री नेमीचन्द्र जी पुनिया निवासी पाली चुने गए ।सभा में सहमति से निम्नलिखित सदस्य चुने गए ।1.दिनेश कुमार जी सांगवा 2.मांगू दास जी मंगाणा 3.शंभू दास जी अडाना .4.विजय दास जी भीलवाङा 5.गोपी दास जी सावंता 6. मांगुदासजी चंगेङी 7. दुर्गा दास जी भीलवाङा 8.प्रेम दास जी सांवता चितोङगढ 9.सोहन दास जी निवासी हरजी जालोर10.रूप दास जी निवासी कांकरवा चित्तौड़गढ़ 11.ज्ञानदास जी सागवाड़ा डूंगरपुर 12. नारायण दास जी जालोर 13.रतननाथ जी भीलवाङा चुने गए । राजस्थान के प्रत्येक जिले में राजस्थान कामङ समाज की शाखा खोलने का प्रस्ताव पारित किया ।जहां जहां जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है वहां के जिला कलेक्टर तथा तहसीलदार से संपर्क करके इस समस्या का समाधान किया जाएगा ।भीलवाड़ा कामङ समाज युवा शाखा का गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया तथा युवाओं द्वारा शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कार्य करने का निर्णय लिया गया । एवं जालोर जिले की कामङ जाति का सर्वे करवाने का निर्णय लिया गया। राजस्थान कामङ समाज संस्थान भीलवाड़ा का खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में खोलने का निर्णय लिया गया । साभार - महामंत्री धर्मेन्द्र दास कामङ
prahladdas, 2018-08-08 12:46:51